Inspiring : Balbir-Singh-Home-Food-On-Scooter-After-Loosing-Job | लॉकडाउन में गई नौकरी तो खाना बनाने का हुनर काम आया , स्कूटर पर ही खोल लिया फ़ूड बिज़नेस 

By | February 27, 2022

Balbir-Singh-Home-Food-On-Scooter-After-Loosing-Job | लॉकडाउन में गई नौकरी तो खाना बनाने का हुनर काम आया , स्कूटर पर ही खोल लिया फ़ूड बिज़नेस 

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अगर हिम्मत हो तो क्या मुश्किल आपको रोक सकती है , जी हाँ , ऐसा ही हुआ, दिल्ली के रहने वाले सरदार बलवीर सिंह, जी के साथ ,जो कई सालो से दिल्ली के फाइवस्टार होटल में गाड़ियां चलाने का काम कर रहे थे जब लोकडाउन लगा तो सब कुछ बंद हो गया, सारे होटल बंद हो गए ,होटल ने उनको नौकरी से निकाल दिया ,

अब उनके सामने रोजी रोटी का संकट उत्पन हो गया , परिवार को संभालना मुश्किल हो गया , अब उन्होंने लॉक डाउन में घर बैठे बैठे सोचा क्यों ना , अपना कोई काम किया जाए, बहुत सोचने के बाद उन्होंने फ़ूड बिज़नेस करना की सोची , अब दिक्कत आयी काम कहाँ से और कैसे शुरू करे , तो उन्होंने अपने छोटे से स्कूटर पर ही अपना बिज़नेस शुरू कर दिया।

उन्होंने लगभग 25 हजार रुपये खर्च करके अपने स्कूटर को थोड़ा modify करवाया और एक छोटी चलती फिरती दुकान में बदल दिया। उन्होंने कुछ पैसा खाना बनाने के सामान , आता, चावल ,दाल , मसाले , और जरुरी क्राकरी और बर्तन खरीदने में और गैस खरीदने में लगाया और फिर जैसे ही लॉकडाउन में थोड़ी छूट मिलनी शुरू हुई , तो उन्होंने अपना फ़ूड बिज़नेस “बिल्लू के राजमा चावल” नाम से शुरू कर दिया।

बलवीर सिंह (Balbir Singh) जी जिनकी उम्र 50 साल है। उन्होंने अपनी उम्र के इस मोड़ पर भी हिम्मत नहीं हारी ,और लग गए , जिंदगी को एक नया मुकाम देने में , अब वो रोज अपने स्कूटर पर ही राजमा चावल, कड़ी चावल, छोले चावल और सोया चॉप जैसी स्वादिष्ट डिशेस बना कर ले जाते है।

अब पहले वो घर पर, सारा दिन इसकी तैयारी करने में लगते है , फिर उसे बेचने ले जाते है। इसके लिए वह दिन के 15 से 16 घंटे मेहनत करते हैं। और फिर अपने घर से तक़रीबन एक किलोमीटर दूर दिल्ली के एक इलाके पंजाबी बाग़ के पास सड़क पर अपनी स्कूटर दुकान लगाते हैं,

अब उनका खाना फेमस होता जा रहा है। अब तो कई लोग बड़ी-बड़ी गाड़ियों वाले भी आते है और उनके पास से खाना ले जाते हैं। कई लोग तो उनके नियमित ग्राहक भी बन गए हैं।

अब बलबीर जी को ये सुकून है , की एक तो इस काम से इतनी कमाई तो हो ही जाती है , घर का खर्च आराम से चल सके। और पुरे दिन की मेहनत के बाद बलवीर (Balbir Singh), इस सुकून के साथ घर जाते हैं,कि अपना काम है , खुद अपने काम के मालिक है , किसी की जवाबदेही नहीं है , और अब नौकरी जाने का कोई डर नहीं है। जो की वो कोरोना के कारण देश भर में लगे पहले लॉकडाउन में खो चुके थे।

वो काफी मुश्किल समय था। बलबीर जी के २ बच्चे है 1 बेटा और 1 बेटी , बेटी बड़ी है , बेटा अभी छोटा हो , और पढ़ रहा है , जब वो मुश्किल दौर आया , तो बलबीर जी को परिवार की जिम्मेदारी को देखते हुए कोई न कोई काम तो करना ही था। तो ऐसे में उन्हें खाना बनाने का बिज़नेस ( food business ) शुरू करने का आईडिया आया।

वो इसलिए, की जब भी घर में कोई फॅमिली get -together होती थी, या कोई भी फॅमिली फंक्शन होता था,तो खाना बनाने का काम उनको ही दिया जाता था। इसलिए उन्हें अपने खाने पर और उसके स्वाद पर तो पूरा भरोसा था , लेकिन बिज़नेस शुरू करते समय कई तरह के डर मन में थे,,,,, की क्या होगा ,

बिज़नेस चलेगा या नहीं, लोगो को खाना पसंद आएगा या नहीं , कही जो थोड़ी बहुत पूंजी है , वो भी समाप्त ना हो जाए । लेकिन मरता क्या ना करता, कुछ और उपाय भी नहीं था, सो उन्होंने हिम्मत जुटा कर काम शुरू करने की सोची।

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अब जब काम शुरू हुआ, लोगो को उनके खाने का स्वाद अच्छा लगा और, धीरे-धीरे उनके स्वाद का जादू एक के बाद एक कई ग्राहकों तक पहुंच गया। और मेहनत करना का जज्बा भी लोगो को खूब पसंद आया। और बलवीर अपनी मेहनत और जज्बे के कारण सोशल मीडिया पर भी छा चुके हैं।

पूरी ईमानदारी , मेहनत और लगन के साथ , वो जुटे हुआ है और , फ़िलहाल वह बहुत ही कम दाम में लोगों को खाना दे रहे हैं, जिससे हर आम आदमी तक उनकी पहुँच हो।

शुरू से ही बलवीर (Balbir Singh) जी अपना बिज़नेस स्टार्ट करना चाहते थे , लेकिन परिवार की मजबूरिया और जिम्मेदारियां , उनको ऐसा करने से रोकती रही , और वो गाडी चलते रहे, लेकिन मज़बूरी में ही सही उनके दिल की इच्छा पूरी हो गई,और अब वो इस बात से बहुत खुश है कि उनका उनका खुद का अपना बिज़नेस है और लोगों को उनका खाना पसंद आ रहा है।

अगर आप भी कोई बिज़नेस स्टार्ट करना कहते है , या अपना कोई start-up शुरू करना कहते है ,आप बस हिम्मत जुटाइये , और तैयार हो जाइये समाज में अपने अलग मुकाम बनाने के लिए , अपनी अलग पहचान और हस्ती बनाने के लिए , कोई भी बिजनेस शुरू करने के लिए उम्र की कोई लिमिट नहीं है. आप किसी भी उम्र के है, कहीं भी रहते है, चाहे शहर या गाँव आप ये बिजनेस शुरू कर अपने पैरों पर खड़े हो सकते है.
हमारा इस आर्टिकल बहुत सी जिन्दगियो को बदल देगा , शायद आपकी भी ,ऐसी हम उम्मीद करते है

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