guru-ya-maalik-ki-jarurat | गुरु या मालिक की जरूरत
Guru-ya-Maalik-ki-jarurat | गुरु या मालिक की जरूरत एक गाय घास चरने के लिए एक जंगल में चली गई। शाम ढलने के करीब थी। उसने देखा कि एक बाघ उसकी तरफ दबे पांव बढ़ रहा है। वह डर के मारे इधर-उधर भागने लगी। वह बाघ भी उसके पीछे दौड़ने लगा। ( guru-ya-maalik-ki-jarurat | गुरु या मालिक… Read More »