असली ख़ुशी | asli-khushi-do-dosto-ki-kahani
असली ख़ुशी (Asli-khushi-do-dosto-ki-kahani) पंकज बड़ा असमंजस में था, समझ में ही नहीं आ रहा था कि हंसे या रोए। सामने मार्कशीट पड़ी हुई थी, जिसमें हर विषयों में उसने टॉप किया था पर पता नहीं क्यों उसे वह वह खुशी नहीं मिल पा रही थी जो अच्छे अंक मिलने पर होनी चाहिए । आखिर ऐसा… Read More »