अमीर बनना आसान है। लेकिन हम क्यों नहीं बन पाते।
दोस्तों, क्या आप भी अमीर बनना चाहते है। आप सोचेंगे ये कैसा सवाल है। अमीर कौन नही बनना चाहता तो चलिए अमीरी की और पहला step , इसके लिए आपको अपनी life में कुछ changes करने होंगे। यह बहुत ही आसान तरीका है इसमें कुछ ख़ास नहीं करना है लेकिन अगर आप ये उपाय अपनी ज़िन्दगी में अपनाएंगे तो एक दिन पैसो की बारिश जरूर होगी
अमीर बनने की चाहत सबकी होती है लेकिन फिर भी हर आदमी अमीर नहीं बन पाता जानते है क्यों क्योंकि अमीर बनने के लिए कुछ बातों का पालन करना पड़ता है
पैसे का सही उपयोग करना आना
यह सच है कि हम में से बहुत लोगो को पैसा सही तरह से उपयोग करना नहीं आता उन पैसो को संभालना भी एक कला है वह आपको आनी चाहिये अमीर बनने का मतलब बहुत सारे पैसे आ जाना नहीं है उस पैसे को सही तरीके से खर्च करना, और कहाँ कितना पैसा खर्च करना है , कहाँ कितना बचाना है यही भी आना चाहिए आपको अगर यह लगता है कि आपके पास खूब सारा पैसा या जाये तो आप अमीर हो जाएंगे, नहीं बिलकुल गलत, ऐसे कई लोग है जिनके पास एक दम से खूब सारी धन दौलत आ जाती है जैसे कोई लाटरी निकल जाती है या कोई पुश्तैनी जायदाद मिल जाती है लेकिन फिर भी वो थोड़े दिन में सारे पैसे खर्च कर देते है और फिर गरीब हो जाते है
तो main बात यह paise को manage करना, अगर आप यह सीख गए तो ये आपके अमीर बनने की और पहला कदम होगा
बड़ा सोचो (Think Big):-
दोस्तों , सोच बड़ी हो तो उसका नतीजा भी बड़ा होता है। अगर आप किसी चीज़ को पाना चाहते है तो ज्यादा की इच्छा रखो क्योंकि अगर बाहर बारिश हो रही हो और आपका बर्तन छोटा है तो वो कम भरेगा , बड़ा बर्तन होगा तो ज्यादा भरेगा।
ऐसे ही जब भगवान् देने पे आता है तो उसके देने में कमी नहीं होती। कमी हमारे में है । हम ही छोटा बर्तन लेके खड़े होते है। अगर कोई आपको 10 लीटर दूध दे रहा हो और आपका बर्तन 1 लीटर का हो तो फिर आपको 1 लीटर दूध ही मिलेगा
तो दोस्तों कुदरत उतना ही देती है , जितना हम लेने के लिए खड़े होते है।
इसलिए दोस्तों आपको बड़ा सोचना चाहिए मैं तो कहता हूं कि आज से ही बड़ा सोचना शुरू कर देना चाहिए .
जब आप ज्यादा कमाने के बारे में सोचते है तो आपका दिमाग भी उसी तरह से काम करना शुरू कर देता है
अगर धीरू भाई अम्बानी बड़ा नहीं सोचते तो आज उनके लड़के मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी किसी दुकान पे नौकरी कर रहे होते.
दोस्तों तो मैं आपको वादा करता हूँ। की अगर आप एक तरीके से सोचना शुरू कर देंगे, तो आज आपकी जो भी आमदनी है आने वाले समय में इससे कई गुना हो जायेगी
Think Good, Feel Good..
Law of attraction
दोस्तों , कहा गया है हम सब इस कुदरत के एक हिस्से है और nature laws are the best . अगर हम किसी काम को करने की ठान ले और पक्का इरादा कर ले. तो यकीन मानिए ” सारी कायनात आपको आपकी चाहत से मिलाने में लग जाती है ” क्योंकि सारे molecules positive energy की तरफ attract होते है . यह संसार का नियम है .
for example :- आपने जुडो कराटे में एक साधारण से इंसान को देखा होगा की वो एक हाथ से ईंट तोड़ देता है जानते हो कैसे , अगर आप तोड़ने की कोशिश करोगे तो आपसे नहीं टूटेगी उलटे आपका हाथ टूट सकता है.
तो उनमें क्या ख़ास बात है
ख़ास बात ये है की उनको अपनी शक्तियों को एक जगह केंद्रित करके हाथ पे focus करना जानते है .आपने देखा होगा वो ईंट तोड़ने से पहले जोर से “है है” की आवाज़ मुँह से निकलते है.
मतलब अगर आप अपनी सारी ऊर्जा को एक जगह इकट्ठा कर दे तो कुछ भी असंभव नहीं है
Positive thinking:
अगर हम positive सोचते है हमारे आसपास एक positive vibrations का दायरा बन जाता है। आपने महसूस किया होगा की किसी आदमी के पास बैठ के या उसके पास जाने से ही आपके अंदर positive vibrations, positive feelings आने लग जाती है ,क्यों ,क्योंकि हमारी सोच के हिसाब से ही आसपास का वातावरण बदलने लगता है।
जहाँ Negative feelings होंगी वहां सब कुछ होते हुए भी काम बिगड़ने लगते है ।
इसी तरह अगर आप बड़ी और positive सोच रखते हो तो कुछ भी हो सकता है
for example :- अगर आपकी income 8000 Rs है तो आप उसे 8,00,000 करने की सोचो, ये सच है कि अगर आपने बड़ा सोचना शुरू कर दिया तो एक दिन आप की income 8,00,000 हो जायेगी, चलो 8,00,000 न भी हुई 7,00,000, वो भी ना हुई तो 6,00,000 या चलो 2 या 3 लाख भी अगर हो गयी तो आपकी 8,000 की current income से तो तब भी बहुत ज्यादा है.
दृढ़ निश्चयः ( self determination):-
इरादा पक्का होना चाहिए। कभी कभी कुदरत बहुत नजदीक होके सुनती है। अगर हमारा इरादा पक्का ना हो। तो हम जो पाना चाहते है वो हमें नहीं मिलता। जो ठान लो….उसपे अड़ जाओ।
For Example :- एक कहानी है ध्यान से पढ़ना. की कुदरत कैसे नज़दीक होके सुनती है
एक आदमी के पास एक मिट्टी का लोटा था। एक दिन वो उसे सामने रख के उसे बोलता है “सोने का हो जा….सोने का हो जा” ऐसे बोलते बोलते सुबह से शाम हो जाती है। वो लोटा मिट्टी का ही रहता है। शाम को थक के वो बोलता है ……अच्छा सोने का नहीं होता ।…तो तांबे का ही हो जा…….उस वक़्त कुदरत नज़दीक होक सुन रही थी.. और वो लोटा झट से तांबे का हो जाता है… अब वो बहुत पछताता है. तो उसकी हिम्मत कहाँ… जवाब दे गयी. जब उसे उसका मनचाहा मिलने ही वाला था। इसलिए हमें इरादा पक्का रखना है। जरा सा हिम्मत हार के हमें अपना लोटा तांबे का नहीं करना… अगर वो आदमी जरा सी हिम्मत और रखता तो उसका लोटा सोने का हो जाता.. ऐसे ही हम succes के बिलकुल दरवाजे पे पहुँच के लौट आएं तो फिर हमसे बड़ा बेवकूफ आदमी कौन होगा अगर कुछ पाना है तो मन में सच्ची लगन होनी चाहिए जब इरादा कर लिया तो जब तक वो नहीं मिलेगा..उसपे लगे रहो
Yes… Where there is a will, there is a way. जहाँ चाह है। वह राह है।